गणेश आरती PDF: संपूर्ण पाठ, अर्थ और लाभ | Ganesh Aarti PDF Download

गणेश आरती: एक परिचय

गणेश आरती भगवान गणेश की स्तुति में गाया जाने वाला भक्ति गीत है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता, सुखकर्ता और प्रथम पूज्य माना जाता है। हर शुभ कार्य की शुरुआत गणेश जी की पूजा और आरती से की जाती है। इस ब्लॉग में हम गणेश आरती के संपूर्ण बोल, इसका अर्थ, और इसके लाभों पर चर्चा करेंगे।

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गणेश आरती के बोल (Lyrics)

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥ जय गणेश…

एकदंत, दयावंत, चारभुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥ जय गणेश…

अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥ जय गणेश…

पान चढ़े, फूल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा॥ जय गणेश…

दीनन की लाज राखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी॥ जय गणेश…

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥ जय गणेश…

गणेश आरती का अर्थ

गणेश आरती के हर एक शब्द में भगवान गणेश की महिमा और उनके गुणों का वर्णन किया गया है। इसे गाने से मन की शांति और सुख की प्राप्ति होती है।

गणेश आरती के लाभ

गणेश आरती का नियमित पाठ करने से अनेक लाभ होते हैं:

  1. विघ्नों का नाश: भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है। उनकी आरती करने से जीवन के सभी विघ्न दूर हो जाते हैं।
  2. सुख और समृद्धि: गणेश जी की आरती से घर में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है।
  3. सफलता: किसी भी कार्य की शुरुआत गणेश जी की आरती से करने पर कार्य में सफलता मिलती है।
  4. सकारात्मक ऊर्जा: गणेश जी की आरती से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

गणेश आरती का महत्व

गणेश आरती का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत अधिक है। भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए आरती सबसे उत्तम माध्यम है। यह भक्त और भगवान के बीच का एक भावनात्मक संपर्क है।

गणेश आरती PDF डाउनलोड

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गणेश आरती का सही समय और तरीका

गणेश आरती का पाठ विशेष रूप से सुबह और शाम के समय करना उत्तम माना जाता है। पूजा स्थान को स्वच्छ रखें और भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाकर आरती करें।

आरती के दौरान उपयोग होने वाली सामग्री:
  • दीपक
  • अगरबत्ती
  • पुष्प
  • अक्षत (चावल)
  • कुमकुम
  • नैवेद्य (प्रसाद)
  • घंटी

गणेश आरती के धार्मिक महत्व

गणेश आरती को गाने का धार्मिक महत्व भी बहुत अधिक है। यह भगवान गणेश की महिमा का गुणगान करने का सबसे उत्तम तरीका है। इससे भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं।

गणेश आरती का मनोवैज्ञानिक प्रभाव

गणेश आरती का नियमित पाठ करने से व्यक्ति के मनोविज्ञान पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह मानसिक शांति और आत्मविश्वास में वृद्धि करता है।

निष्कर्ष

गणेश आरती का नियमित पाठ न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करें।

जय गणेश!


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