हनुमान जयंती 2025: तिथि, महत्व और पूजा विधि | When is Hanuman Jayanti 2025

हनुमान जयंती, भगवान हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है, जो हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण पर्व है। इस वर्ष, 2025 में हनुमान जयंती 6 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी। यह तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास की पूर्णिमा को होती है और यह दिन विशेष रूप से हनुमान जी के भव्य जन्म का प्रतीक होता है।

हनुमान जयंती 2025 की तिथि और समय

  • तिथि: 6 अप्रैल 2025, रविवार
  • पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 5 अप्रैल 2025, रात 8:29 बजे
  • पूर्णिमा तिथि समाप्ति: 6 अप्रैल 2025, शाम 6:16 बजे

हनुमान जयंती का पर्व चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन, भगवान हनुमान के भक्त उनके जन्म का उत्सव मनाते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं।

When is Hanuman Jayanti 2024

हनुमान जयंती का महत्व

हनुमान जी के प्रति भक्ति और श्रद्धा इस दिन विशेष रूप से प्रकट होती है। भगवान हनुमान को शक्ति, साहस, समर्पण, और भक्ति के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। वे भगवान राम के सबसे बड़े भक्त थे और उनका जीवन समर्पण और बलिदान का उदाहरण प्रस्तुत करता है।

हनुमान जयंती के दिन पूजा करने से भक्तों को कई लाभ मिलते हैं:

  • शक्ति और साहस में वृद्धि: हनुमान जी की पूजा से व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक बल मिलता है।
  • शनि दोष: हनुमान जी की विशेष पूजा से शनि दोष कम हो सकता है।
  • नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति: हनुमान जी की पूजा से घर और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

हनुमान जयंती की पूजा विधि

हनुमान जयंती पर पूजा करते समय निम्नलिखित विधियों का पालन किया जाता है:

  1. स्नान और शुद्धता: पूजा से पहले पवित्र स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  2. हवन और दीपक: भगवान हनुमान के सामने दीपक जलाकर हवन सामग्री का उपयोग करें।
  3. हनुमान चालीसा और बजरंग बाण: हनुमान चालीसा का पाठ करें और बजरंग बाण का भी जाप करें।
  4. लड्डू और फल अर्पित करें: हनुमान जी को विशेष रूप से लड्डू और फल अर्पित करें।
  5. आरती: पूजा के बाद हनुमान जी की आरती गाकर उन्हें सम्मान दें।

हनुमान जयंती 2025 की विशेषताएँ

हनुमान जयंती का पर्व विशेष रूप से रामभक्तों के लिए अत्यधिक महत्व रखता है। इस दिन भगवान हनुमान के अलावा, राम और उनकी नीतियों का भी सम्मान किया जाता है। भगवान हनुमान की पूजा से जीवन में आने वाली कठिनाइयों से उबरने की शक्ति प्राप्त होती है।

इस दिन विशेष रूप से:

  • हनुमान जी के मंदिरों में विशेष पूजा आयोजन होते हैं।
  • मंदिरों में भंडारे का आयोजन किया जाता है और भक्तों को प्रसाद वितरण होता है।
  • हर जगह हनुमान जी के चित्र और मूर्तियाँ सजाई जाती हैं।

हनुमान जी के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य

  1. वायुदेव और अंजना के पुत्र: भगवान हनुमान का जन्म वायुदेव और अंजना के पुत्र के रूप में हुआ था।
  2. शिवजी के अवतार: हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है।
  3. राम के परम भक्त: हनुमान जी भगवान राम के सबसे प्रिय भक्त थे और उनके लिए उन्होंने कठिन संघर्ष किए।
  4. सभी देवताओं के आशीर्वाद से पूरित: हनुमान जी के पास अपार शक्ति और ज्ञान था, जो उन्हें सभी देवताओं के आशीर्वाद से प्राप्त हुआ था।

हनुमान जयंती के समय विशेष पूजा सामग्री

हनुमान जयंती पर पूजा करने के लिए कुछ विशेष सामग्री की आवश्यकता होती है:

  • चमेली के फूल: हनुमान जी को चमेली के फूल अर्पित करना विशेष लाभकारी होता है।
  • तुलसी के पत्ते: हनुमान जी को तुलसी के पत्ते अर्पित करना शुभ माना जाता है।
  • घी का दीपक: हनुमान जी की पूजा में घी के दीपक का जलाना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

हनुमान जयंती 2025 पर, जब आप भगवान हनुमान के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करेंगे, तो यह दिन आपके जीवन में विशेष रूप से सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। इस दिन की पूजा से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि जीवन में आने वाली कठिनाइयों से मुक्ति भी मिलती है।

नोट: अधिक जानकारी और पूजा विधि के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट पर विजिट करें।

Leave a Comment