Satyanarayan Bhagwan Ki Aarti (सत्यनारायण भगवान आरती).

satyanarayan bhagwan ki aarti हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण होता है क्योंकि हिंदू धर्म के हिसाब से हम सत्यनारायण की कथा हम किसी खास अफसर पर करते हैं जैसे कि नया घर लेने के बाद घर की शांति के लिए बहुत ही जरूरी होती है इस कथा का उद्देश्य होता है कि सुख शांति और समृद्धि हमें मिले

Satyanarayan Bhagwan ki aarti
सत्यनारायण भगवान की आरती

सत्यनारायण की कथा किसी पंडित द्वारा किया किसी घर के सदस्य द्वारा की जाती है जिसे सत्यनारायण की कथा का सारा ज्ञान हो. सत्यनारायण की कथा में आमतौर पर पूजा की जाती है और घर का कोई सदस्य या पंडित हमें सत्यनारायण नाम के एक राजा की कहानी सुनाता है जिसे धन सुख और समृद्धि मिली थी भगवान विष्णु की पूजा करने से आशीर्वाद या वरदान है

Satyanarayan Bhagwan ki aarti – भगवान सत्यनारायण जी की आरती

ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा।सत्यनारायण स्वामी की आरती, जो कोई नर गावे।हरे कृष्णा हरे रामा, जय सत्य नारायणा।

धूप दीप फल मेवा, माना से प्यारी लागे।सुख सम्पति घर आवे, कष्ट मिटे तन का।ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा।सत्यनारायण भगवान की जय, सत्यनारायण भगवान की जय।जय सत्य नारायणा।।

ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा।सत्यनारायण भगवान की जय, सत्यनारायण भगवान की जय।जय सत्य नारायणा।।जय लक्ष्मी रमना जय जय श्री लक्ष्मी रमना सत्यानारयाना स्वामी जन पटक हरना रत्ना जडित सिंघासन अद्भुत छबि राजे नारद करत निरंजन घंटा ध्वनि बाजे प्रकट भये कलि कारन द्विज को दरस दियो बुधो ब्रह्मिन बनकर कंचन महल कियो दुर्बल

भील कराल जिनपर किरपा करी चंद्रचूड एक राजा तिनकी विपति हरी भाव भक्ति के कारन छिन छिन रूप धरयो श्रद्धा धारण किन्ही तिनके काज सरयो ग्वाल बाल संग राजा बन में भक्ति करी मन वांछित फल दीन्हा दीनदयाल हरी चढात प्रसाद सवायो कदली फल मेवा धुप दीप तुलसी से राजी सतदेवा श्री सत्यानारयाना जी की आरती जो कोई नर गावे कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे

Satyanarayan Aarti In English

Om Jai Lakshmi Ramana, Swami Jai Lakshmi RamanaSatya Narayan Swami Ki Aarti, Jo Koi Jan GaaveHare Krishna Hare Rama, Jai Satya NarayanDhup Deep Phal Meva, Maana Se Pyari LageSukh Sampati Ghar Aave, Kasht Mite Tan KaOm Jai Lakshmi Ramana, Swami Jai Lakshmi RamanaSatya Narayan Bhagwan Ki Jai, Satya Narayan Bhagwan Ki JaiJai Satya Narayan

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satyanarayan ji ki aarti

Satyanarayan Katha Vidhi (सत्यनारायण कथा विधि)

  1. पूजा शुरू करने से पहले घर हमें अपना घर और पूजा की जगह को साफ करना होता है  जहां पूजा होनी है उस जगह को फूलों से सजा देना है.पूजा की सभी सामग्री जैसे की फूल, फल, मेवे, मिठाई, नारियल, पान के पत्ते और कपूर इकट्ठा करे इन सारी चीजों की जरूरत होती है सत्यनारायण की कथा में
  1. भगवान गणेश का नाम पुकार का  पूजा शुरू और प्रारंभ करें।  गणेश जी मंत्र का जाप करें और उन्हें पान के पत्ते और अन्य प्रसाद चढ़ाएं। और सच्चे मन से सत्यनारायण कथा को प्रारंभ करने भक्ति और संपूर्ण तरीके से करने का संकल्प ले और सत्यनारायण जी भगवान का आशीर्वाद मांगे।
  1. सत्यनारायण भगवन को फूल फल मेरे पास और मिठाईयों का भोग लगाएं और अपनी इच्छा भगवान सत्यनारायण के सामने रखें और उनसे मांगी मेरी इच्छा पूरी हो और आप नारियल भी चढ़ा सकते हैं
  1.  सत्यनारायण कथा का पाठ करें और आप इसे यह कथा किसी किताब से पढ़ पढ़े या किसी पुजारी या परिवार के किसी सदस्य से सुन सकते हैं जो कहानी जानता हो राजा सत्यनारायण और भगवान विष्णु जी की प्रति उनकी भक्ति की कहानी कहती है। यह कहानी हमें काफी सारी सीटें देती है तो वह भी खानी काफी ध्यान पूर्वक सुने
  1. कथा खत्म होते ही दीपक को जलाकर और भगवान के सामने उनकी आरती करें सत्यनारायण आरती का जाप करें और भगवान को फूल और मिठाई चढ़ाएं आरती गाते समय आरती खत्म होते ही सभी भक्तों और जो व्यक्ति कथा सुन रहे थे उनको मिठाई फूल और मेवा दे प्रसाद के रूप में

यह पूछा आपको अपने सच्चे दिल और मन से करनी है तभी आप भगवान सत्यनारायण जी से आशीर्वाद पा सकते हैं शांति सुख और समृद्धि का।

Satyanarayan Bhagwan Ki Aarti (सत्यनारायण भगवान की आरती)

Satyanarayan Vrat Katha PDF Hindi

सत्यनारायण की कथा से हमें काफी सारी महत्वपूर्ण शिक्षाएं मिलती है जैसे कि सच्चाई ईमानदारी और विश्वास इस कथा से सच्चे मन से भक्ति करने से हमें यह सारी सुख और समृद्धि मिलती है आमतौर पर कथा खत्म होने के बाद जो व्यक्ति कथा सुन रहे थे उनको प्रसाद दिया जाता है जो आमतौर पर फल मेवा और और कई सारी सामग्री को मिलाकर बनाया जाता है जो आमतौर पर सारे कथा में आए हुए लोगों को दिया जाता है